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Poem
ಕತ್ತಲಲ್ಲೂ ಕಾಡಿದ ಕಣ್ಣಂಚಿನ ಕಾಡಿಗೆ
By Gurusiddeshwar M Badiger ಸಹ್ಯಾದ್ರಿ ಸಾಲಿನಂಥ ಜೋಡಿ ಹುಬ್ಬು ನಾಸ್ತಿಕವಂತು ಸಂಪಿಗೆ ಮೊಗ್ಗು ಅರೆಬಿರಿದ ತುಟಿಗಳು ಸಕ್ಕರೆ ಪಾಕ ಕೇಶರಾಶಿಯು ಚಿನ್ನದ ತೂಕ...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
Bookend
By Deeksha Agrawal A moment surprisingly, hauntingly, is so short lived In a false sense of space I force time to shape with my limited...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
ಕಲಿಯುಗದ ಅವಾಂತರ ಕೃಷಿಯೆಡೆಗೆ
By Gurusiddeshwar M Badiger ಅಡಿಪಾಯದ ಅಡ್ಡಿಗೆ ಪೈರುಗಳು ಅಳಿದಿವೆ ಬದುಕಿನ ಬವಣೆಯ ತಪ್ಪಿಗೆ ಕಟ್ಟಡಗಳು ಬೆಳೆದಿವೆ ಬೆಳೆದಿರುವ ಮಹಡಿಗಳ ಕೊರಗಿನ ಕುರುಹುವಿಗೆ...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
तुम सुन तो रही हो ना?
By Ayushmaan Vashishth तुम सुन तो रही हो ना? ये जो सारे गीत मैं तुम्हारे लिए लिख रहा हूँ ये जो सारी बातें मैं तुम्हें अपने सपनों में बता...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read


From His To Mine
By Aditi Kapoor By Aditi Kapoor
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
गुज़ारी है
By Ayushmaan Vashishth अपने बटुए में उसकी तस्वीर देखते रात गुज़ारी है हमने तो अपनी ज़िंदगी उसके नाम गुज़ारी है ऊपर वाला हिसाब मांगता है...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
वह ज़मीन
By Ayushmaan Vashishth रेत हवा से उड़ गई, आज वह ज़मीन भी बिक गई, मैं और शहबाज़ खेलते थे जहाँ रोज़, वह खिलखिलाती चीखें आज सिमट गईं। सामने...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read


Manmeet
By Shalini By Shalini
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
आज वह
By Ayushmaan Vashishth मुझे याद करती होगी आज वह ये दिन देख कर, रात बर्बाद करती होगी आज वह भीड़ जो है वहाँ पे मेरी आवाज़ ढूंढ रही होगी आज...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
मिलने को बुलाया है।
By Ayushmaan Vashishth आज मेरे चेहरे पे थोड़ी सी हँसी है, आज मेरे काम में थोड़ी सी जल्दी है, आज मैंने अपने बटुए में किसी की तस्वीर को...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
कल वापस जाना है
By Ayushmaan Vashishth कल वापस जाना है अब तो निकल गए जो घर से, हर शहर अनजाना है लौट के वापस कितना भी आ जाओ, वह अब वह जगह किसी और का...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
रोज़ निकलेगी बात फूलों की,
By Ayushmaan Vashishth रोज़ निकलेगी बात फूलों की, रोज़ ठहरेगी रात अधूरों की। सूरज की पहली किरण, आज जलेगी लौ उजालों सी। शाम के बादल बरस...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
Aahat Or Bagawat
By Laxman Dan धरती पर आ गिरा है चाँद, अंबर में यह इंकलाब कैसा । ठहरे समंदर में लहरे उठ रही खामोश जल में यह सैलाब कैसा ।। जुल्म की हदें...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
निभा रहे हैं
By Ayushmaan Vashishth अब तो बस दूर से देख के निभा रहे हैं मन में तुझे बता के, खुद को समझा रहे हैं मैं भी इधर ही हूँ, देख तो ले इधर तेरी...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
कभी हमने पूछ लिए, कभी तुम भी पूछ लिया करो
By Ayushmaan Vashishth कभी हमने पूछ लिए, कभी तुम भी पूछ लिया करो कभी हमारे हाल भी जान लिया करो ना जाने किसके खयालों में खोए रहते हो कभी...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
मेरा विश्वास हो तुम
By Swapnil Vishwakarma मेरा विश्वास हो तुम मेरे जीने का आधार हो तुम जीवन जीने की रीत हो तुम प्रिये मेरी मन-प्रीत हो तुम मेरा विश्वास हो...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
तुम मिले
By Swapnil Vishwakarma तुम मिले, मिला जहाँ हमको हमें हमसे प्यार हो गया हुआ न था पहले कभी जो दिल को इस बार हो गया आशाएँ कुछ इस तरह घर कर...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read


जब रात तुम्हारी बात छिड़ी
By Shalabh Maheshwari हाथो मे थे जाम के प्याले, यारो की थी महफिल सजी, चुप बैठा था खोया तुझमे, जब रात तुम्हारी बात छिड़ी। जब रात तुम्हारी...
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
The Perfect World
By Vivek Shukla By Vivek Shukla
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
The Things I Miss
By Vivek Shukla By Vivek Shukla
Hashtag Kalakar
May 11, 20231 min read
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