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बयां न हो

Updated: Jul 30

By Anjaanehssas


दिन ढलने के बाद का दर्द शब्दो मे बयां न हो,

मेरा वो हाल होसला करके चांद से पुछ लेना।


तुझ से शिकवा इतना बेगाना बन के बयां न हो,

जानना हो तो कभी अपना समज के पूछ लेना।


मैने चांद को कैसे चांद में सांचा के बयां न हो,

अगर रोशनी हो तो फीज़ा मे से देख लेना।


तुझसे प्यार इतना की लफ्जो मै बयां न हो,

तुझको जानने की चाहत हो तो आँखो में देख लेना।


तेरी फिकर इतनी की दिखाने से बयां न हो,

तुझको जानने की चाहत हो तो सीने से लग लेना।



By Anjaanehssas



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