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Krishna

By Arshi Srivastava


गीता के द्वारा अपने भक्तों को राह दिखाया तुमने,

धर्मों में सर्वश्रेष्ठ मानव को कर्म बताया तुमने,

इस युग के भटके मानव को सच्चा मार्ग दिखाओ कृष्ण,

अपनी प्यारी ब्रजभूमि पर फिर से तुम आ जाओ कृष्ण।

आज भारत की पुण्य धारा पर दुष्ट कंश का राज है,

सिसक रही द्रौपदी पुनः, खतरे में उसकी लाज है,

उसी द्रौपदी के रक्षक बन, अम्बर तुम बन जाओ कृष्ण,

अपनी प्यारी ब्रजभूमि पर फिर से तुम आ जाओ कृष्ण।

आज तुम्हारे बिन वही यमुना दूषित होकर बह रही,

ये वियोग सह कर भी रो रो कर वह कह रही,

मानवरूपी काल सर्प से मुझको पुनः बचाओ कृष्ण,

अपनी प्यारी ब्रजभूमि पर फिर से तुम आ जाओ कृष्ण।

पापियों के बोझ से अब इस धरती को मुक्त करो,

सभी प्राणियों को चिर और सच्चे ज्ञान से युक्त करो,

अब इस दोजख को तुम ही पावन स्वर्ग बनाओ कृष्ण,

अपनी प्यारी ब्रजभूमि पर फिर से तुम आ जाओ कृष्ण।


By Arshi Srivastava


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