दिल और दिमाग
By Neekhil Dedhia आज फिर मेरे अंतरवंद में है एक घमासान: उमदा, मेरा दिल, मेरे दिमाग से है लड़ रहा । दिल में अंगिनत झोखे है पनप रहे, दिमाग...
दिल और दिमाग
धरती मां
नवभारत की चाल
बेलौस मोहब्बत
बेफिक्री का कर्ज़
इश्क़, प्यार और वो....
रात की खामोशी
Oh! Honey
एक मोहब्बत ऐसी भी
यादें
खाकी
Her
Frostbite
माँ
सब कहते हैं
एक वक्त था जब हम जिंदा थे
आज वक्त बहुत कम है
Maa
यह शाम के रंग