इंतज़ार के सफ़र में
- Hashtag Kalakar
- 54 minutes ago
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By Bhavya Barai
सबको अपना इश्क़ मिले, ये ज़रूरी तो नहीं,
हमारी ज़िंदगी यूँ ही बीत जाए… हमें खबर भी हो, ये ज़रूरी तो नहीं।
लोग तो साथ पाकर आगे बढ़ गए,
हम बस वहीं ठहरे रहे
इंतज़ार में।
उनके पास था कोई हाथ थामने को,
और मेरे पास बस एक उम्मीद थी… थामे रहने की।
By Bhavya Barai

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