Shayari
- Hashtag Kalakar
- Dec 2
- 1 min read
By Dr. Pradnya Vilas Darade
मेरी शेरो शायरी के जो लफ्ज है,
वो मेरी जिंदगी का साया है,
जहाँ गैरोने गहरे जख्म दिए और
अपनोनें भी आझमाया है....!
कैसे करें शिकवा और किससे करें शिकायत,
जब अपनोनें ही दिए दिल पें जख्म और थोडी भी नहीं बरती इनायत......!
By Dr. Pradnya Vilas Darade

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