'लोग दिमागों से जब लड़ने लगते हैं: जानिए दिल से रिश्तों का परिणाम'
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लोग दिमागों से जब लड़ने लगते हैं

Updated: Jan 25

By Tanya Singh



लोग दिमाग़ों से जब लड़ने लगते हैं

दिल से सारे रिश्ते बिगड़ने लगते हैं

समझा नहीं पाते हैं जो बातें अपनी

इसलिए शायद वो सब लड़ने लगते हैं

ज़ख़्म हरे पौधे होते हैं पानी दो

ये पौधे बिन पानी सड़ने लगते हैं



ऐब निकल आते हैं रिश्तों में जैसे

मीठे फलों में कीड़े पड़ने लगते हैं

काँटे घड़ी के वक़्त बताते हैं लेकिन

एक समय ये कांटे गड़ने लगते हैं

हम वो हैं जो आँखों में आँसू आते ही

अक्सर अपनी आँखें रगड़ने लगते हैं


By Tanya Singh




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