लिखते हैं, ख्याल में तुझे
- Hashtag Kalakar
- Jan 9
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Updated: Jul 14
By Kavita Batra
लिखते हैं, ख्याल में तुझे ही रखते हैं,
एहतेराम तेरी तस्वीर का,
मगर ज़िक्र सरेआम रखतें हैं।
रविवार सी फितरत है तेरी ,
देर से आया है,
पूरे अपने रूबाब में आया है ,
मगर तेरा इंतज़ार, हम सातों दिन रखते हैं।
महफिल मे लोगों को इस ख्याल पर, मरहम ए हाल लगता है,
मोहब्बत है ऐसा लगता है ,
तेरे से मोहब्बत तो सभी करते हैं,
मगर जहाँ इबादत होती है, वहाँ तेरा वजूद सिर्फ हम रखते हैं।
By Kavita Batra

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