यहीं तक था !
- Hashtag Kalakar
- Oct 13
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By Shefali Agarwal
जाना ही था, ऐ दोस्त,
सफ़र हमारा यहीं तक था,
बिछुड़न सताएगी तुझे भी, मुझे भी,
वो यादों का तराना यहीं तक था ।
उम्मीद रहेगी हमें सदा ही,
मिल जाएँगे फिर किसी नए मोड़ पर,
तेरी- मेरी ज़िन्दगी का एक अफ़साना,
इन गलियों में गुनगुनाना, यहीं तक था ।
दास्तान तो होगी, तेरी भी, मेरी भी,
इस मंच पर साथ किरदार निभाना,यहीं तक था ।
जाना ही है, ऐ मेरे साथियों,
मेरा एक ज़माना यहीं तक था !
By Shefali Agarwal

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