By Khushbu Khetawat
दर्द होता है जब कोई चोद के चला जाता है
वो कोई जो आप की मुस्कुराहट की वजह थी
वो कोई जो आपको सारे मुश्किलों को थोड़ा आसान बना देता था
वो कोई जो बोलता था कि आपके लिए दुनिया त्याग देंगे
वो कोई जो आपको लगता था कि कभी छोड़ नहीं पाएगा
दर्द होता है जब वो कोई छोड़ के चले जाते हैं
फिर वापस आप इस किसी की तलाश करते हो
ये जानते हुए कि उसका जैसा तो कोई नहीं मिलेगा
पर कहीं आप भी चाहते हो कोई हमें जैसा नहीं मिले
क्या आपको इतना दर्द कुआं ही झलेगा?
वो चले तो गए
पर अभी वो आप मेरे सामने हैं
हर चीज़ से उनकी याद आती है
हर वक़्त उनकी ही बातें आके डराती है
गांधी के पास तो आगे जा रहे हैं
पर आपकी सुई अब भी अनपे ही आके अटकती है
पता नहीं इस दर्द का क्या करे
महेसुस तो कर सकता है पर
कोई दावा नहीं है
जो इस दर्द को गायब कर पाये
खुद ही के ख्यालों में जब खोये होते हैं
तभी उसकी इतनी याद सताती है
काश ऐसा हो गया
काश ये बोल दिया होता
अब क्या ही करे
अब तो हो गया.
कभी सोचा है कि अगर वो रहे तो क्या होगा?
उनकी कीमत कभी नहीं पता चलती
उनके बिना रातों की खामोशी कभी सुनाई नहीं देती
आप उन्हें कितना ज्यादा चाहते थे वो नहीं पता चलता
वो दर्द नहीं मिलता जिसे आप सब कुछ सीख सकते हैं
किसी ने सही ही कहा है
“जो चला गया उसे जाने दो”
जिसको रुकना है वो कोई
कभी चोद नहीं सकता
बाल्की जो आना है वो लौट कर आएगा
By Khushbu Khetawat
留言