Mutthi Parivar
- hashtagkalakar
- Jan 3, 2024
- 1 min read
Updated: Feb 2, 2024
By Shraddha
एक अंगूठा- अंगुली चार,
आओ पढ़े मुट्ठी परिवार।।
लाती जो मुट्टी में निष्ठा,
कहलाती है वो कनिष्ठा,
इसके बिना मुट्ठी बेकार,
आओ पढ़े मुठ्ठी परिवार।।
स्वागत में जो करती टीका,
नाम है उसका अनामिका,
करे तिलक इससे संसार,
आओ पढ़े मुठ्ठी परिवार।।
ज्यों वीरों के बीच सूरमा,
ऐसे हस्त के बीच मध्यमा,
सबसे बड़ी सबसे दमदार,
आओ पढे मुट्टी परिवार।।
गुस्से में रहती जो अग्रणी,
कहलाती है वह तर्जनी,
इशारे से ये करती वार,
आओ पढ़ मठ्ठी परिवार।।
जैसे घर में बड़े श्रेष्ठ,
ऐसे हस्त में बड़े अंगुष्ठ,
मुट्टी के है ये सरदार,
आओ पढ़े मुठ्ठी परिवार।।
By Shraddha