Hum Tum
- Hashtag Kalakar
- Nov 24, 2022
- 1 min read
By Dimpsy Sujan
कुछ तुम बांट लो कुछ हम बांट लें
कुछ तुम रूठ लो कुछ हम मना लें
चलती रहे जीवन की गाड़ी
कभी तुम खींच लो कभी हम चला लें
कुछ तुम सुना लो कुछ हम सुना लें
कुछ तुम सोच लो कुछ हम समझ लें
मिलते रहें अक्सर राहों में यूहीं
कभी तुम हंस लो कभी हम मुस्करा लें
कुछ तुम छेड़ लो कुछ हम छेड़ लें
कुछ तुम अकड़ लो कुछ हम इत्रा लें
होती रहे अनबन अक्सर ऐसे ही
कभी तुम सो लो कभी हम जाग लें
By Dimpsy Sujan

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