Deshbhakti Geet
- Hashtag Kalakar
- Sep 5, 2023
- 1 min read
Updated: Aug 2
By Kanchan Bansal
मैं भारत का युवा हूं,मैं देश का युवा हूं।
मेरे देश के सिवा मैं,कहीं भी ना झुका हूं।
मैं भारत का युवा हूं.....
कैसे भूल जाऊं मैं,उन वीरों के बलिदान को
हंसते-हंसते झूल गए जो,दिलाने आजादी हिंदुस्तान को
दिल से नमन करता हूं मैं,उन वीरों की शहादत को
मर मिटने का जज्बा मुझमें,तिरंगे की शान को।
मैं वीरों का ऋणी हूं-2
मैं भारत का युवा हूं.......
कैसे भूल जाऊं मैं,उस मासूम किलकारी को
सरहद पार इंतजार करती,उन बेबस बुढी आंखों को
हर बहन के हाथ के,राखी के उस थाल को
हर शहीद की पत्नी के,उस मेहंदी रचे हाथ को
मैं कुछ भी ना भूला हूं-2
मैं भारत का युवा हूं.........
अब भारत मां की पावन मिट्टी पर,कभी आंच ना आएगी।
वीर फरिश्तों की ये धरती,सबसे आगे जाएगी।
अब भारत मां ने विजय पताका,चांद पर फहरायी है।
चंद्रयान 3 ने विश्व धरा पर,एक नई पहचान बनाई है।
मैं गर्व से फूला हूं-2
मैं भारत का युवा हूं.........।।
By Kanchan Bansal

Comments