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Aaj Ka Neta

By Mukesh Gujral


ये नेता, आज का नेता

अभिनेता को भी

मात देता ये नेता

हर शह को दाँव पे

लगा देता हरेक नेता


मत भूलो

आज का नेता

किसी का ना हुआ यह नेता

देने का बहाना कर के

सब छीन लेने वाला यह नेता

क्यूँ ना इन्हें अब

जम कर जता देने का

और हिन्दी में समझा देने का

बात इनकी काट कर

अपना मैनिफेस्टो पकड़ा देने का

और जब तक मैनिफेस्ट न हो जाये

सड़क पर इनको बिठा देने का

जब तक ना लग जाये

अक्ल ठिकाने

इनको छठी का दूध

पिला देने का

सत्ता का नशा और भूत

अच्छे से उतार देने का

इनका हुक्का पानी चंदा

सब बंद करा देने का




वक़्त आ गया

ये पब्लिक है सब जानती है

अच्छे से समझा देने का

पाई पाई का हिसाब

चुकता करा लेने का

फिर भी इन्हें समझ ना आये

तो रुला रुला के

घर का रास्ता दिखा देने का

गुंडे मवालियों को तो

इनके असली ठिकाने

पहुँचा देने का

असली इंसानों को

छाँट छाँट के

सही जगह बिठा देने का

वक़्त आ गया अब

डर को दूर भगा देने का

जो अब तक ना ही सका

वो कर दिखाने का

अपना हक़

उनको नहीं

ख़ुद को दिला देने का

वक़्त आ गया अब

ये देख लेने का

लगेगा क्या, लगेगी हिम्मत

लगेगी हिम्मत और सिर्फ़ हिम्मत

जब कुछ है ही नहीं खोने को

तो लगेगी हिम्मत और सिर्फ़ हिम्मत

अब जाग जाने की है ज़रूरत

अब और नहीं बेहोशी में जीने का

पागल ही थे जो हम

अब तक ना समझ पाये

ये खेल चूहे बिल्ली का

अब खुली है आँख

तो जी भर के देख लो

कौन है तुम्हारे हक़ में

और कौन है खून पीने का

कल कभी ना आया ना आएगा

अब सिर्फ़ आज में जीने का

ले लो अपने हाथ में सब कुछ

अब राम भरोसे भी कब तक जीने का

है आज ही में कल की कमाई

कुआँ खोद के मीठा पानी पीने का

चलो मिल के साथ चले

रोशनी की तरफ़

कब तक अंधेरे में जीने का ….


By Mukesh Gujral



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