मां
- Hashtag Kalakar
- Oct 24
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By Kalash Patni
मित्र, गुरु, पालनहार.. शब्द हैं अनेक से.....
किन्तु इनका भाव मिलता सिर्फ़ एक से,..
शब्द लाता वह एक ज़िम्मेदारी संगीन-सी.,.
एक मुखोटे में जैसे निभानी भूमिका भिन्न-भिन्न-सी शोभता वह शब्द उसे .
.जो जीवन दे इस दुनिया सारी को,..
इस संसार में माँ से बढ़कर...
कोई न नारी हो||...
By Kalash Patni

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