गर
- Hashtag Kalakar
- Mar 1, 2023
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By Dr. Tripti Mittal
गर सुनी होती खामोशी तो दिल का शोर थम जाता
गर पढ़ी होती आँखें तो हर जवाब भी मिल जाता
आदतन तुम तो मुश्ताक थे फरेबी कातिल अदाओं के
गर बढ़ाया होता हाथ तो ताउम्र का साथ मिल जाता
By Dr. Tripti Mittal

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