हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।
- hashtagkalakar
- Dec 19, 2023
- 1 min read
Updated: Jan 24, 2024
By Suroochi Rahangdale
अभी तो पंख लगे हैं पंखों की उड़ान बाकी है।
अभी तो पट खुले हैं उनसे निकलना बाकी है।
यूं ही चलते रहना दौड़ना सीख जाओगे।
नीचे पूरी धरती और उड़ने के लिए खुला आसमान बाकी है।
चुभेंगे असंख्य काटे और मिलेंगे कई दरिया।
तुम हौसला बनाए रखना ऐसे कई इम्तिहान अभी बाकी है।
जो सपने तुमने देखे हैं उनको बुनना बाकी है।
डगमगायेंगे कदम तुम्हारे।
तुम उसे संभाले रखना।
मुश्किलें तो आएगी!
तुम उसमें सोने सा तपना।
और खुद से कहना!
हार नहीं मानूंगा।
क्योंकि!
मेरे हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।
जो सपने तुमने देखे हैं उनको बुनना बाकी है।
तुम हौसला बनाए रखना ऐसे कई इम्तिहान अभी बाकी है।
अभी तो पंख लगे हैं पंखों की उड़ान बाकी है।
नीचे पूरी धरती और उड़ने के लिए खुला आसमान बाकी है।
By Suroochi Rahangdale
Mesmerizing, heart blowing and one of the best poetry listened by me. Still listening 24 times.
✍️ a motivation...😊