। अल्फाज ।
- Hashtag Kalakar
- May 10, 2023
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By Kavita Batra
दिल से लिखते हैं, जो भी लिखते हैं।
कहीं जज्बात तो कहीं ख्याल लिखते हैं।
दिल से लगे तुम्हारे तो जज्बात समझना ,
रूह से लगे तुम्हारे तो ख्याल समझना ।
कहने कि सिर्फ नहीं हे यह बातें ,
कहने कि सिर्फ नहीं हे यह बातें, तुमसे जो कह नहीं पातें ,
वो अल्फाज हमारे , सरे -आम छपपते हैं।
By Kavita Batra

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