ज़िन्दगी टुकड़ों में बनी कहानी है
- Hashtag Kalakar
- Jan 5, 2024
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Updated: Feb 7, 2024
By Nandan Kumar
ज़िन्दगी टुकड़ों में बनी कहानी है
कुछ बचकानी है तो कुछ नादानी है
कहीं पे मेहरबानी है तो कहीं पे परेशानी है
ज़िन्दगी टुकड़ों में बनी कहानी है
किसी की कर्म और कांड की जवानी है
तो किसी को परदे में रह के बितानी है
किसी को अपनी बात मनवानी है
ज़िन्दगी टुकड़ों में बनी कहानी है
किसी को अपने शौक दिखानी है
तो किसी की जरुरत पुरानी है
किसी को सपनों की पुल बनानी है
ज़िन्दगी टुकड़ों में बनी कहानी है
By Nandan Kumar

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