लौट कर ना आना
- Hashtag Kalakar
- Dec 11
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By Harigandha Singh
कि अब जाओ तो लौट कर ना आना,
दिल बहलाने का ज़रिया मुझे ना बनाना।
महका देना किसी का आँगन हल्की बौछार बनके,
कोई आग का दरिया सीने में मेरे ना बहाना।
बनना वजह मुस्कुराहटों की किसी के लबों पर,
यूँ मज़बूरियों का हवाला देकर, मख़ौल मेरे आँसुओं का ना बनाना।
करना वादे पूरे सभी किसी से किए हुए,
कसमें तोड़ने के लिए आँखें मेरे सिर पर ना टिकाना।
देना साथ हक़ीक़त में हमेशा किसी का,
यूँ सपनों में सताने करीब मेरे ना आना।
रहो सिर ऊँचा करके ज़िंदगी में हमेशा,
कहीं गलती से मैं दिख जाऊँ, तो नज़रें मुझसे ना मिलाना।
दुआ है हर ख्वाहिश पूरी हो तुम्हारी,
गर कुछ अधूरा रह जाए, कसूरवार मेरे प्यार के ना ठहराना।
कि अब जाओ तो लौट कर ना आना,
दिल बहलाने का ज़रिया मुझे ना बनाना।।
By Harigandha Singh

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