“भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत”
- Hashtag Kalakar
- Oct 16
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By Aadesh Chauhan
आओ मित्रों सुनाऊँ आज तुम्हें अपने
भारत की समृद्ध संस्कृति की कहानी,
इससे पहले भी कई बार सुनी जो
हमने अनेकों लोगों की ज़ुबानी।
विभिन्न भाषाओं, धर्म, जाति, जनजाति के
लोगों को सौहार्दय से ये रखती,
अनेकता में एकता दर्शाते हुए जो
एकजुट होकर करते भारत की तरक्की।
सुंदर संस्कृति, नृत्य, परंपराएं यहाँ की
धर्म निरपेक्षता की सीख भी मिलती,
नाना प्रकार के भोजन, वस्त्र, पोशाकें
जीवन के विभिन्न स्वाद और रंग भी दर्शाती।
संयुक्त परिवारों की देखभाल और प्यार
अन्य संबंधों की भी महत्ता इसमें दिखती,
एक सौ छियालीस करोड़ लोगों को
मज़बूत प्रेमसूत्र के धागे में पिरोती।
अनुशासन, मेहनत और कर्मठता का
अमूल्य पाठ भी जनता को पढ़ाती।
अतिथि देवो भव का मूल मंत्र भी ये
देखो हम सबको कैसे सिखलाती।
हज़ारों वर्षों पुराना इसका इतिहास
बिम्बिसार,भरत,अशोक महान,लक्ष्मीबाई रानी,
चंद्रगुप्त मौर्य, महाराणा प्रताप ,पृथ्वीराज चौहान
प्रजाहित किए काम, दर्शाई खूब देशभक्ति।
तन मन दोनों प्रफुल्लित हो उठते
गोद में बिठाती जब ये संपन्न संस्कृति,
जीवन में रंग, उमंग, उत्साह भर जाते
सारी नकारात्मकता भी नष्ट हो जाती।
वसुधैव कुटुंबकम् का नारा लगाती हुई
विश्व पटल पर शान से चमकती है बड़ी,
वादा है हम सबका जुड़े रहेंगे इससे सदा
भारतीय सांस्कृतिक विरासत सदैव आगे बढ़ती हुई।
"भारतीय सांस्कृतिक विरासत सदैव आगे बढ़ती हुई।"
By Aadesh Chauhan

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