निडर ज्वाला
- Hashtag Kalakar
- 7 hours ago
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By Vikasini. Y
प्राचीन कथाओं की छाया में,
जहां सपनों को अनसुना किया गया था,
वह खड़ी थी, रात के विरुद्ध एक ज्वाला,
उसका दिल एक प्रकाशस्तंभ, उज्ज्वल और निडर।
मौन की गलियों में वह चली,
अपने कंधों पर बोझ उठाए,
उसने दुनिया की कठोर दृष्टि का सामना किया,
और अनगिनत तूफानी दिनों से लड़ी।
हर बार गिरने पर वह फिर उठी,
उसकी आत्मा मजबूत, उसका साहस सच्चा,
उसने अपने दर्द को अपने गीत में बुना,
एक धुन जो गलतियों को सुधारने वाली थी।
जहां संदेह और डर के खेत थे,
वहां उसने ताकत के बीज बोए, जगह बनाई,
उन आवाज़ों के लिए जो समय ने दबा दी थीं,थीं
उठने और एक बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए।
पुरानी जंजीरों से उसने खुद को मुक्त किया,
और उज्जवल दिनों के लिए रास्ता बनाया,
उसकी विरासत, एक अनुग्रह की कथा,
उसके आलिंगन का प्रमाण।
तो उसकी कहानी को मार्गदर्शक बनने दो,
उनके लिए जो संघर्ष करते हैं, प्रयास करते हैं, और प्रार्थना करते हैं,
हर दिल में, उसकी जीत रहती है,
उम्मीद का उपहार, उसकी आत्मा देती है।
By Vikasini. Y

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