जिंदगी
- Hashtag Kalakar
- May 8, 2023
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Updated: Jun 10, 2023
By Manju Singh
जिन्दगी को जितना करीब से जाना,
वो उतनी ही दूर होती नजर आयी ।।
राह में जब बढे हम किसी को अपना बनाने को,
वो उतना ही दूर होते नजर आए ।
फूलों की खुशबू से महकना चाहा जब हमने,
वो उतना ही कांटो भरा नजर आया ।
जिन्दगी को जितना करीब से जाना,
वो उतनी ही दूर होती नजर आयी ।।
गुमान था हमे अपनी बेधड़क हंसी पर,
वो भी दुख की हंसी रोती नजर आयी ।
उम्मीदों का दीया दिल में जला के बढ़ गए कदम रौशनी की एक झलक पाने को,
वो उम्मीद भी बुझती नजर आयी ।
सूख गए आँखो के आँसू,
वो ऐसे रूसवा हुए कि पास नजर ना आए ।
जिन्दगी को जितना करीब से जाना,
वो उतनी ही दूर होती नजर आयी ।
गम के प्यालो में डुबा दिया खुद को हमने,
इसी उम्मीद से कि आएंगे वो पास हमारे ।
टकटकी लगाये रखी आँखे,
वो बिना खटखटाएँ यूँही चले गए ।
जिन्दगी को जितना करीब से जाना,
वो उतनी ही दूर होती नजर आयी ।।
By Manju Singh

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