ग़ज़ल
- Hashtag Kalakar
- Dec 20, 2023
- 1 min read
Updated: Jan 18
By Mayank Singh
एक शायर के ज़हन की कशिश है ग़ज़ल
एक दीवाने की कोशिश है ग़ज़ल
किसी का मलाल है, किसी की खुशी है
एक मुरीद की मुहब्बत की दास्ताँ है ग़ज़ल।
माशूकाना दिलों की चाहतें हैं ग़ज़ल
किसी के दर्दों गम की वज़ाहतें हैं ग़ज़ल
किसी के माज़ी की खामोशी है
किसी के मुस्तक़बिल की आहटें हैं ग़ज़ल
फ़क़ीरों का मुख़्तलिफ़ अंदाज़ है ग़ज़ल
रईसों के वसूक् की आवाज़ है ग़ज़ल
सबके मयार को एक करने का हुनर हो जिसमें
वो खूबसूरत एजाज़ है ग़ज़ल
दोस्ती का सच्चा इकरार है ग़ज़ल
लफ़्ज़ों में लिपटा उल्फ़तों का दरबार है ग़ज़ल
किसी पर रहम की दुआ है
किसी के तहफ्फूज़ का इसरार है ग़ज़ल
किसी ग़ाफ़िल की अक्ल का फ़ितूर है ग़ज़ल
किसी वाक़िफ़ की हिमाक़त का कुसूर है ग़ज़ल
किसी की आ'ला-ज़र्फी है, किसी की अदा है
हर एहसास के इज़हार का दस्तूर है ग़ज़ल
By Mayank Singh

Comments