उनसे कुछ कह नहीं पाया
- Hashtag Kalakar
- May 10, 2023
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By Manish Joshi
उनसे कुछ कह नहीं पाया दिल-ए-नादाँ दिल-ए-नादाँ,
हमने कितना तो समझाया दिल-ए-नादाँ दिल-ए-नादाँ।
गया था इश्क़ के इज़हार को उनकी आँखों पे मरके,
देख कर पाँव चला आया दिल-ए-नादाँ दिल-ए-नादाँ।
अपने हाथों में ही रह कर हो गया खाक़ गुलाब,
उनके बालों में ना लगा पाया दिल-ए-नादाँ दिल-ए-नादाँ।
एक दिन आख़िर कर ली उनसे बातें बहोत सी,
बस वही बात ना कर पाया दिल-ए-नादाँ दिल-ए-नादाँ।
By Manish Joshi

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