इतनी बार जो खो दिया है तुझे
- Hashtag Kalakar
- Oct 28
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By Gayatri
इतनी बार जो खो दिया है तुझे,
वक़्त का इतना तो अब एहसान हो;
आदत ऐसी हो जाये जुदाई की,
कि अब फ़र्क ना लगे, फ़िक्र ना हो;
समझे ना गहराई तन्हाई की,
तर्क ना लगे, ज़िक्र ना हो।
कि अब यारी ऐसी हो बेचैनी से,
बस ज़रा तेरी कमी का एहसास हो;
एहसास भी ऐसा जिससे वक़्त ना रुके,
जैसे ना तेरा रहना कुछ ख़ास हो।
कि धुँधली सी सूरत तेरी ज़ेहन में,
यादों में हल्की सी तेरी आवाज़ हो।
और रहूँ भी अगर बेचैन मैं, तु
झे याद करना बस एक रिवाज़ हो।
इतनी बार जो खो दिया है तुझे,
वक़्त का इतना तो अब एहसान हो।
इस बार अगर तू लौट कर आये,
इंतज़ार में ना रुकी मेरी जान हो।
By Gayatri

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