Shayari-2
- hashtagkalakar
- Jan 4, 2024
- 1 min read
Updated: Feb 14, 2024
By Vaishali Bhadauriya
उनके बिन रोते भी हैं
खुदा मेरी हर दुआ में
उनके कुछ सजदे भी हैं
वो तो चले गए हमें हमारे हाल पर छोड़ कर
पर आज भी हमारी यादों में
उनके कुछ हिस्से भी हैं...................
रोतो को हँसाना आता है मुझे
पर किसी को मेरे आंसुओं का एहसास नहीं
इस दुनिया में तन्हा रहना है मुझे
इसलिए किसी अपने की तलाश नहीं...................
जिंदगी में लोग आते हैं चले जाते हैं
पर हमसफ़र कोई बनाना नहीं चाहता
इस्तमाल करने वाले तो बहुत है दुनिया में
पर मैं अपनी खामोशी छोड़ कर
शोर में जाना नहीं चाहता..................
दिल टूटा ही कहां है
कभी हकीकत में
ये तो जलता रहता है
इश्क की आग में...................
कल करीब थी
आज दूर नज़र आती है
कल मोहब्बत थी
आज कुसूर नज़र आती है...................
तेरी हसरतों के
इस जाल में
हम तो कैद हैं सनम
तेरे ख्याल में..................................
By Vaishali Bhadauriya
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