Rishtey
- Hashtag Kalakar
- Jan 5, 2024
- 1 min read
Updated: Feb 6, 2024
By Bishal Biswas
रिश्ते बड़े ही अनमोल रत्न होते है।
यह मूर्त नहीं, अमूर्त रत्न होते है।।
संभाल के राखो रो सहायता करते है।
बिखेर के रखो, तो क़यामत खड़ी कर देते है।।
काश सब रिश्तों में मासूमियत होती।
जो मूर्त नहीं, अमूर्त के भाव पे मिलती।।
आदर सत्कार से भरे प्रेम के भाव होते।
जो इंसान के हर घाव पर, मरहम का काम करते।।
इज़्ज़त और सम्मान बोहोत खुशनसीबो को मिलते है।
शायाद ही कोई उनमें से, नसीब में मिलते है।।
पर, रिश्तों में इतनी करवाहट क्यों होती है!!
क्यूंकी कुछ रिश्ते ही इंसान को मतलबी बना देती हैं।।
उन रिश्तों में विष भरे करवाहट होते है।
ना चाहते हुए भी, उनके दर्शन करने पड़ते है।।
खरी-खोटी सुनाना तो सभी को आता है।
पर खरी-खोटी का स्वाद चखना, किसीको नहीं आता है।।
बाहर से दिखता है जो।
सब छलावा का खेल है वो।।
दिल से आंसू बाहाए जो।
दरियादिल कहलाए वो।।
सिर्फ खयालो में नहीं जीते वो।
हर वक़्त मन के ज़ुबान पे बसते ह वो।।
By Bishal Biswas

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