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Manzil Toh Milegi Hi Milegi

By Anshu Kumari


आँखों में सपने लेकर तू चल,

अपने राहो के मुश्किलों का सामना करके तू चल,

अपनों का साथ लेकर, खुद की कामयाबी का विश्वास लेकर तू चल,

मेहनत रंग लाती हैं इस हौसलें से चल,

अक्सर लोग हार जाते हैं 2 अपने उस हार को जीत में बदलकर तू चल,

मंज़िल तो मिलेगी ही मिलेगी, इस विश्वास से तू चलl




गुलाब की खुशबू के लिए काँटों से मत डर,

सफलता के लिए असफलता से मत डर,

सुख के लिए दुख से मत डर,

कामयाबी के लिए त्याग से मत डर,

आसमां को छूने के लिए ऊँची उड़ान से तू मत डर,

जिंदगी में हारने की डर से तू मत डर,

मंज़िल तो मिलेगी ही मिलेगी इस विश्वास से तू चलl



By Anshu Kumari




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6 commentaires

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Minu Anand
Minu Anand
21 mai 2023
Noté 5 étoiles sur 5.

Good!🏅

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Anju Sahu
Anju Sahu
21 mai 2023
Noté 5 étoiles sur 5.

Amazing

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RAHUL KUMAR
RAHUL KUMAR
21 mai 2023
Noté 5 étoiles sur 5.

Nice poem 😊

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Priyanka Kumari
Priyanka Kumari
21 mai 2023
Noté 5 étoiles sur 5.

very nice poem

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Sanyucta Devi
Sanyucta Devi
21 mai 2023
Noté 5 étoiles sur 5.

Bahut badhiya

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