By Anshu Kumari
आँखों में सपने लेकर तू चल,
अपने राहो के मुश्किलों का सामना करके तू चल,
अपनों का साथ लेकर, खुद की कामयाबी का विश्वास लेकर तू चल,
मेहनत रंग लाती हैं इस हौसलें से चल,
अक्सर लोग हार जाते हैं 2 अपने उस हार को जीत में बदलकर तू चल,
मंज़िल तो मिलेगी ही मिलेगी, इस विश्वास से तू चलl
गुलाब की खुशबू के लिए काँटों से मत डर,
सफलता के लिए असफलता से मत डर,
सुख के लिए दुख से मत डर,
कामयाबी के लिए त्याग से मत डर,
आसमां को छूने के लिए ऊँची उड़ान से तू मत डर,
जिंदगी में हारने की डर से तू मत डर,
मंज़िल तो मिलेगी ही मिलेगी इस विश्वास से तू चलl
By Anshu Kumari
Good!🏅
Amazing
Nice poem 😊
very nice poem
Bahut badhiya