Dosti
- Hashtag Kalakar
- Oct 28
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By Sumit Kumar Agrawal
इस धारा मे जो भी प्राणी ,सुखमय जीवन जीता है
उसका जीवन मे कोई न कोई, सच्चा मित्र होता है
मित्र एक हों या अनेक ,अच्छा होना चाहिए !
दिल से सच्चा और दिमाग से बच्चा होना चाहिए!
भ्राता जैसा मित्र हो तो जीवन सुधार देता है
मित्र जैसा भाई मिले जो देवों संग जीवन जीता है
बाप जैसा मित्र मिले तो, ज्ञान की धारा बहती है
मित्र जैसा बाप मिले तो ,धरा ही स्वर्ग हो जाती है
मित्र ऐसा रिश्ता है जो स्वर्ग से धारा मे आती है
अपने हृदय के दरवाजे मे चुपके से दस्तक दे जाती है
मित्र अगर सच्चे हो तो जीवन स्वर्ग हो जाता है
मित्र अगर अच्छे हो तो धारा ही स्वर्ग हो जाता है
मित्र शिक्ष्यक सा होता है तो, ज्ञान का उजाला दिखाता है
शिक्षक ही मित्र बन जाए तो ,जीवन उजाला हो जाता है
पत्नी जैसा मित्र मिले तो मन के बोझ छट जाते हैं
मित्र जैसा पत्नी मिले तो दुख के बादल हट जाते हैं
गरीब मित्र हो सुदामा सा, माटी के मकान मे रहता हो
या हो राज कुमार बनकर, सीस महल की शोभा हो
ऐसी मित्रता गढ़ों दिलसे मिशाल दुनिया मे कही नही मिले
घोंसला देख कर चिड़िया का, ये दोस्ती कभी नहीं हिले
By Sumit Kumar Agrawal

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