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Aapke Aankhe

By Vutukuri Vichitravi


आँख पलक ते ही कैसे एक साल हो गया आपके साथ रहते हमे पता ही नहीं चला


आपके साथ हो तो क्वत का पता ही नहीं चलने देते आपके ये नयना





आखिर आपसे हमारी निगाहें जो हठ ती ही नहीं


कहा से सीखा ऐसा काला जादू जिसका नशा चढ़ गया हम पे कि अब आपके अलावा कुछ दिखता ही नहीं


By Vutukuri Vichitravi







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