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1. Beghariyat

Updated: Jun 12

By Shashi Shikha






मैंने तो यही महसूस कि या है …

कि दुनि या में अकेला पन बहुत है,

और बेघरि यत तो बेहि सा ब है!

और मेरी बस यही तला श है,है

कि वा कई में मुझे भी को ई घर मि ले…

जहाँ मुझे सब अपना लगे…गे सब कुछ…अपना लगे जहाँ मेरा हक़ हो .

मेरी आवा ज़ की अहमि यत हो .

मेरे एहसा सों की की मत हो .

मुझे भी ऐसा घर मि ले !




By Shashi Shikha




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