By Anil Kumar
प्रेम पनपता है तब
जब बारिश की पहली बूँद
धरा पर गिरती है
प्रेम उपजता है तब
जब धान की पहली फसल उगती है
प्रेम सुनाई देता है तब
कोयल अपना पहला गाना गाती है
मधुमखियाँ शहद चुनती है
गोरैया अपने बच्चों को दाना खिलाती है
गिलहरी अपने बच्चों को चलना सिखाती है
बच्चों को सुलाने के लिये मां लोरी सुनाती है
तभी प्रेम पनपता है
उसी समय
जब तितलियाँ फूलों पर मंडराती है
ठीक उसी समय।
By Anil Kumar