- hashtagkalakar
Dulhan
By Mayank Joshi
एक प्यारा सा रिश्ता है, इसे अछुता सा रेहने दो ना,
शादी है ये, इसे दो दिलो के मिलन सा रेहने दो ना,
मायके की याद आय, तो कभी उसे अपने सीने से लगा लेना,
आपकी बेटी जैसी ही तो है ये, तो इसे, बेटी जैसी ही रेहने दो ना।
गर कोई गलती हो, उस से, तो बेटी सा, प्यार से समझा देना,
कोई बात नही, बेटा, अगली बार बस ध्यान रखना,
केहकर, थोडा ignore भी करलो ना,
थोड़ी देर हो गई आज उठने मे,
तो काम मे थोड़ा इंतज़ार भी करलो ना,
हर बात पर सुनाना क्योँ है,
आज, अपना गुस्सा थोड़ा, शाँत भी करलो ना,
माना की, आपके जैसा और आपके जितना काम नहीं आता,
सीख जायगी, थोड़ा सा विश्वास, इस पर भी करलो ना,
तुलसी जैसी ही रहेगी घर के आँगन मे,
माँ ही समझेगी आपको,
बस थोड़ा सा प्यार, इससे भी करलो ना,
आपकी बेटी जैसी ही तो है ये, तो इसे, आपकी बेटी जैसी ही रेहने दो ना।
By Mayank Joshi