By Anurakti Dev Singla Nee Srivastava
आपकी आहट को सुन कर दिल मचल जाता है क्यों?
आपके आते हवा का रुख बदल जाता है क्यों ?
आपसे मिलने पर हमेशा वक़्त ठहर जाता है क्यों?
बात जुबाँ पर आते आते. लम्हा निकल जाता है क्यों?
आख़िर आपके सामने मचलता दिल सँभल जाता है क्यों?
By Anurakti Dev Singla Nee Srivastava
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