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सफर

By Swapna Jyoti



हर आंखों में सपने हैं

ख्वाबों का जहां है

किसी के पास पूरा करने की हैसियत है

तो किसको बस देखने का अरमान है





आलीशान बंगले हैं

कहीं झोपड़िया हैं

कोई पैसों से रहीश है

कई दिल से अमीर हैं


सबकी मंजिल कब्र है

फिर भी सब सफर में हैं

उम्र बीत जाती है सुकून पाने के लिए

और आराम मिलता कफन में है।



By Swapna Jyoti




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