By Anagha Gavande
ये सफर कुछ अधूरा सा लगने लगा जब तेरा साथ छूट गया,
शुरुआत काफ़ी अच्छी राही पर मुकाम आने से पहले तेरा हाथ छूट गया,
आज भी इंतजार करू या अकेले दास्तान शुरू करू,
आज भी इंतजार करू या अकेले दास्तान शुरू कारू,
यही सोच में जमाने का साथ छूट गया।!
By Anagha Gavande