top of page

याद

By TanuShree Patwa


ये जो तूने महफ़िलो मे कहा है की मुझे तू याद नही, 

की ये सच है की तू मुझे याद नही। 

पर तेरा हर अहसास मुझमें आज भी है, 

तेरी हर बात मेरे जहन में आज भी है, 

तेरी आवाज़ मेरे कानों मे गूंजती आज भी है, 

तेरी आहट मेरे जज्बातो मे आज भी है, 

तू मुझमें शामिल आज भी है, 

हमारा यू हर बरसात मे साथ भीगना, इस बरसात को याद आज भी है, 

हमारा नाम एक साथ मशहूर आज भी है, 

तेरा दिल मुझमें धड़कता आज भी है, 

मेरी आँखे तेरे नजारे देखती आज भी है, 

मेरी नजर तुझे ढूँढती आज भी है, 

मेरे लबो पे तेरे अल्फ़ाज आज भी है, 

मेरी शामें तुझे खोजती आज भी है, 

मेरी सुबह तुझे तलाशती आज भी है, 

मेरे दिन - रात तुझमे समाये आज भी है, 

मेरे होश तुझमे खोते आज भी है, 

मेरा वक्त तेरी आँखों मे डूबता आज भी है, 

पर तु मुझे याद नही, 

ये बात जमाने को पता आज भी है।। 


By TanuShree Patwa


0 views0 comments

Recent Posts

See All

The Battlefield

By Adil Raziq Wakil Forward. I must keep moving forward. Can’t look back. Can’t change lanes. Forward. I see the end. If only I could...

The Clothes They Left Behind

By Akanksha Patil The Sweater I keep his sweater, frayed and old, A warm embrace on nights so cold. He held me close, I held him tight,...

Comentarios

Obtuvo 0 de 5 estrellas.
Aún no hay calificaciones

Agrega una calificación
bottom of page