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बहन
By Preethi Bansal
क्या हुआ जो अगर मैं तेरी दोस्त नहीं हूं
जरुरत पड़े तो दोस्त से बढ़ कर तेरे साथ खड़ी हूं,
तेरे लिए दुसरो से क्या मैं तो अपनों से भी लड़ी हूं,
तेरी फ़िक्र में दिन क्या रात में भी जगी हूं,
दोस्त नहीं हूं तेरी तो क्या?
तेरी पढ़ाई के लिए तुझसे ज्यादा मैं पढ़ी हूं,
चिंता अगर कोई तुझे सताये तो मैं तेरे साथ खड़ी हूं,
छोटी हूं घर में मगर तेरे लिए तेरी बहन बड़ी हूं,
जरूरत लगे तो तुझसे तेरे लिए दिन रात लड़ी हूं,
कभी खाना ना खाने पर खाना खिलाने खड़ी हूं,
तो कभी तेरी छोटी -2 गलतियों पर तुझे ज्ञान देने खड़ी हूं,
जब भी हो कोई मुसीबत तेरी हिम्मत बन तेरे साथ चली हूं,
छोटी हूं घर में मगर तेरे लिए तेरी बहन बड़ी हूं,
By Preethi Bansal