top of page

बचपन

Updated: Jun 10, 2023

By Shweta



बचपन की वो यादें,

कोई मुझे लौटा दे,

कहाँ गए वो अनमोल पल,

कोई मुझे बता दे,

नही थी कोई चिंता,

ना थी कोई फ़िक्र,

ख्वाबों के पंख लेकर,

उड़ते थे बेफिक्र होकर,

वो हँसी, वो खुशी,

कोई मुझे लौटा दे।





ना चाहिए मंहगे कपड़े,

ना चाहिए घर,

बस बचपन लौटा दे।


बचपन के वो अनमोल सपने,

सपने भी लगते थे अपने,

उन सपनो की दरिया में,

नाँव से कोई पहुँचा दे।


बचपन की उन यादों से,

कोई मुझे मिलवा दे।


By Shweta





24 views1 comment

Recent Posts

See All

Ishq

By Udita Jain मै अंक शास्त्र की किताब जैसी समझ नही आये मेरे इश्क़ का मोल !! जितना सुलझाओ उतनी उलझन हू मैं तेरे दिल की एक अजीब सी धड़कन हू...

The Unfinished Chore

By Ambika jha Everything is now in balance Stands steady, holds its grace The furniture is dusted, teak wood glimmers all golden and fine...

1 Comment

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
Advika Sharma
Advika Sharma
May 20, 2023
Rated 5 out of 5 stars.

Bachpan ki yaad dila di 😍

Like
bottom of page