top of page
  • hashtagkalakar

दर्द

By Dr. Tripti Mittal



दिल का दर्द रात संग गहरा होता रहा

आँखों में रात भर चाँद पिघलता रहा


By Dr. Tripti Mittal



0 views0 comments

Recent Posts

See All

By Dr. Tripti Mittal रात के साए में तेरी हर बात याद आती है तू महकाने की शराब सी हर दर्द की दवा बन जाती है कितने अरसे से तेरी आवाज़ भी अब तो सुनी नहीं दो पल तुझे पाने की आरज़ू तो कहकशां बन जाती है वो र

By Arushi (Aru Shan) मालिक कौन मुलाज़िम कौन यहां हर परिंदे के पैर एक डोर में बंधे हैं शाज़िम क्या उदासी क्या हर जज़्बात हमसे पहले हज़ारों ने टटोलें हैं गिरफ़्त किसकी गिरफ़्तार कौन बाज़ी इश्क की - सबने

bottom of page