स्त्रीJul 17, 20231 min readUpdated: Apr 8, 2024Rated 4.833 out of 5 stars.4.8 | 6 RatingsBy Dr. Swati Priyaप्रारंभ हूँप्रवर्धन भीममतामई प्रेम कीपरिभाषा हूँपरिकल्पना हूँनए युग कीप्रतप्त प्रकृति की आशा हूँप्रीति हूँप्रियतमा भीपरितोष नहीं है जीवन सेप्राणत्व के पयोधि में प्लवितपूर्णता कीअभिलाषा हूँBy Dr. Swati Priya
By Dr. Swati Priyaप्रारंभ हूँप्रवर्धन भीममतामई प्रेम कीपरिभाषा हूँपरिकल्पना हूँनए युग कीप्रतप्त प्रकृति की आशा हूँप्रीति हूँप्रियतमा भीपरितोष नहीं है जीवन सेप्राणत्व के पयोधि में प्लवितपूर्णता कीअभिलाषा हूँBy Dr. Swati Priya
Beautiful ❤️
Paripakwa Pantiyaan!
🥰
🤩
Nice Poem👍