top of page

प्रेशर

Updated: Apr 10

By Bushra Benazir आज दुनिया भर में हर च़ीज़ नापने की मशीन है क्या इस दुनिया में दिमाग़ पर कितना प्रेशर है उसको नापने की कोई मशीन है जहाँ देखो प्रेशर ही प्रेशर है कहीं जाब का प्रेशर कहीं बेरोज़गारी का प्रेशर कहीं गरीबी का प्रेशर कहीं रिश्तों का प्रेशर कहीं पढ़ाई लिखाई का प्रेशर अलीफ से यें तक ए से बी तक क से ज्ञ तक प्रेशर ही प्रेशर इन सारे प्रेशर से छुटकारे का ऐसा कुछ बदक़िस्मत कुन्बा एक ही तरीक़ा आज़माता हैं सुसाइड कर अपने आप को हर प्रेशर से निजात दिलाता हैं मगर उसका ये छुटकारा उसकी रूह को मंहगा पङ जाता है न वो दुनिया का रहता है न भगवान का रहता है अरे करे भी तो क्या करे कोई ऐसी मशीन नहीं जो दिमाग़ी प्रेशर नाप सके कोई ऐसी ज़मीन नहीं जहाँ जाकर अपना सारा प्रेशर गाढ़ सके प्रेशर देने वाला ओ प्रेशर सहने वाला न चाहकर भी साथ रहता हैं जाने क्यों जाने क्यों उन समझौतों को निभाता हैं

ये समाज का बंधन है या मजबूरी या सिर पर लदी हैं हज़ारो ज़िम्मेदारी थोङा समाज भी अदाकार है तो ज़्यादा बेङियाँ ज़िम्मेदार है हाय अफसोस पिसता पर वही है जो उठाता हर ज़िम्मेदारी ओ ख़ामोश है काश कोई ऐसी मशीन होती जिससे नापने पर ये ख़बर होती इससे ज़्यादा प्रेशर पडा तो ये मर जायेगा या सुसाइड कर लेगा सारे मैक्निकल इंजीनियर आज बेरोज़गार है बेचारे ख़ुद प्रेशर का शिकार है न डिग्री किसी काम की है न पढ़ाई किसी काम की है पढ़े लिखो से बेहतर अनपढ़ यहाँ बहाल हैं

By Bushra Benazir



3 views0 comments

Recent Posts

See All

The Unfinished Chore

By Ambika jha Everything is now in balance Stands steady, holds its grace The furniture is dusted, teak wood glimmers all golden and fine...

The Art Of Letting Yourself Go

By T. Pratiksha Reddy If I were to be murdered, I’d ask my killer- “Will it make you happy? Because if it will Then I welcome death With...

A Symphony Veiled In Blight

By Praneet Sarkar In twilight's embrace, a tempest rages, Beneath the stars, our passion engages. With lips aflame, and eyes of frost, We...

Comentários

Avaliado com 0 de 5 estrelas.
Ainda sem avaliações

Adicione uma avaliação
bottom of page