top of page

प्रेम-प्रीत

By Seema CK


तेरी मेरी प्रीत है गहरी,

मैं तुझ बिन रह ना पाऊं,

ये पीर प्रेम की है दुखदायी,

तेरे लिए हँस-हँस के सह जाऊं,

मिलन के उन चंद पलों को आत्मा में अपने सहेजकर,

विरह के भवसागर में मैं डूबती ही जाऊं,

बेचना जो चाहे तू मुझको,

तेरे लिए खुशी-खुशी बिक जाऊं,

इस जन्म में शायद नहीं होगा मिलन अपना,

इसलिए अगले जन्म के लिए हर क्षण भगवान को मनाऊं,

तेरा कोई सुधरा हुआ संशोधित रूप नहीं चाहिए मुझको,



मैं हर जन्म में इसी रूप में तुझको पाऊं,

मेरे हर श्वास को मैं तेरे नाम कर जाऊं,

तुझ पर मैं मेरा सब कुछ न्योछावर कर जाऊं,

ना जाने कितने जन्मों की मेरी तपस्या के बाद वो दिव्य क्षण आयेगा,

जब तेरे अंतर्मन में ये विचार आयेगा,

कि तू तो है ही मेरी काश मैं भी तेरा हो जाऊं,

दुआ है मेरी मैं हर जन्म में तेरी ही बनके आऊं,

मेरे भगवान मैं तुझपे पल-पल बलिहारी जाऊं,

मेरे भगवान मैं तेरे चरणों की धूल बन जाऊं !!


By Seema CK



248 views133 comments

Recent Posts

See All

The Unfinished Chore

By Ambika jha Everything is now in balance Stands steady, holds its grace The furniture is dusted, teak wood glimmers all golden and fine...

The Art Of Letting Yourself Go

By T. Pratiksha Reddy If I were to be murdered, I’d ask my killer- “Will it make you happy? Because if it will Then I welcome death With...

A Symphony Veiled In Blight

By Praneet Sarkar In twilight's embrace, a tempest rages, Beneath the stars, our passion engages. With lips aflame, and eyes of frost, We...

133 Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
Unknown member
Oct 12, 2023

भगवान के तुल्य है ऐसा प्रेम और प्रेमी

Like

Unknown member
Oct 12, 2023

True heights of

Like

Unknown member
Oct 12, 2023

Peak of

Like

Unknown member
Oct 12, 2023

Great

Like

Unknown member
Oct 12, 2023

Super duper

Like
bottom of page