By Ganesh Patel
तंत्र मन्त्र यन्त्र कर
तू जरा षड़यंत्र कर
ताल ठोक कदम बड़ा
शिखर रिक्त है
तू लाँघ जा /१/
षड़यंत्र तेरा छह यन्त्र हैं
पढना लिखना श्रवण मनन
चिंतन और अभिव्यक्ति है
साम्य बिठा जोर लगा
शिखर रिक्त है
तू लाँघ जा /२/
चक्र सुचक्र विचत्र कर
ध्येय को सचित्र कर
तान को तानकर
हिम्मत पुरजोर लगा
शिखर रिक्त है
तू लाँघ जा /३/
सुचक्र तेरा चक्र से परे
समय बंधन से मुक्त कर
प्रयास प्रखर तेज बड़ा
शिखर रिक्त है
तू लाँघ जा /४/
By Ganesh Patel
VERY NICE SIR🤗🤗
Amazing poetry
Kya bat hai sir...😃🌟🔥
जीवन में आ रही विपत्तियों का निवारण मात्र एक,
साम दाम दण्ड भेद।
अद्भुत प्रस्तुति सर।
Superb sir ⭐⭐⭐⭐⭐