By Rupam Ramesh Dange
तुम प्रेम में हो मेरे,
बस यूंही रहना तुम प्रेम में मेरे,
प्रेम ही हैं तुम्हारा जो मेरी कविताएं पूरी करने में करता हैं मदद,
तुम हों, तुम्हारा प्रेम हैं, तो हैं मेरी ये कविताएं,
तुम हों, तुम्हारा प्रेम हैं, तो हैं मेरे ये शब्द,
तुम हों, तुम्हारा प्रेम हैं, तो हैं मेरे उन प्रेम भरे शब्दों में गहरा अर्थ,
तुम हों, तुम्हारा प्रेम हैं, तो हैं हमारे क्षणिक विरह सुख भीं,
तुम हों, तुम्हारा प्रेम हैं, तो हूं मैं, हैं मेरा ये प्रेम भरा जीवन...
By Rupam Ramesh Dange
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