By Divyani Singh
जब भी तेरी याद या आएगी
ना चाहते हुए भी...
तेरे साथ न होने की कमी हमें रुआंसा कर जाएगी
हंसते हुए होठों पर उदासी को लाएगी
खुशी से सुर्ख आंखों में भी तेरी याद की प्यारी नामी दे जाएगी ।
जब भी तेरी याद आएगी
सच में ,ना चाहते हुए भी कभी कभार तो रुला ही जाएगी।
कभी चाय की टपरी पर चाय पीते वक्त
तो कभी कभार सुबह-सुबह टहलते वक्त
कभी किसी दोस्त से झगड़ते वक्त
कभी किसी दोस्त की बेज्जती करते वक्त
कभी किसी के साथ हंसी मजाक करते वक्त
कभी किसी को प्यार भरी बातें सीखते वक्त
यार तेरी याद जरूर आएगी
और जब भी तेरी याद आएगी
सच में, तेरे साथ न होने की कमी इस दोस्त को भी कुछ पल के लिए रूला जाएगी।
जब भी तेरी याद आएगी
तेरी दोस्ती के किस्सों को जवान कर जाएगी।
By Divyani Singh
Beautiful
Beautiful lines. Good. Check out my poem also https://www.hashtagkalakar.net/post/%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A1-%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE
Very nice penting all the best 👍