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इंतज़ार

By Sarthak Bharti


शायद किसी दूसरे जन्म में मैं उसे अपने प्यार की महत्वता बता पाऊंगा, 

मैं उसका इंतज़ार करता रहूँगा उस दूसरे जन्म तक।

मैं उसके लिए किसी और समय का इंतज़ार करने को तैयार हूँ, 

बस एक कविता में उस प्यार का इज़हार करता हूँ।


क्यूंकि प्यार कभी नहीं मरता, 

बस एक जन्म की प्रतीक्षा में हरघज़ उसका इंतज़ार करता हूँ। 

मेरी तन्हाई को भर देता है उस प्यार की ग़ुंजाइश, 

जो हर क्षण मेरे दिल में उसकी यादों से कांपता है।


एक दिन मुझे उसके साथ मिलने का एहसास होगा,

उसके साथ उस प्यार की भावना जो मेरे दिल में छुपी है।

तब तक मैं उसका इंतज़ार करता रहूँगा, 

उस प्यार की भावना को जीने के लिए।


उस प्यार की कहानी जो किसी ने सुनी हो न हो, 

मैं हर क्षण उसके विश्वास में समाए हुए हूँ। 

मेरी प्रेम कविता है ये, 

उसके लिए सदा खुली हुई कविता। 


उसके लिए मैं एक किरदार हूँ, 

जो प्यार को सच्चाई में बयान करता है। 

क्यूंकि प्यार का कोई अंत नहीं होता, 

और मैं उसके प्यार की आशा में होता हूँ निरंतर।


जो प्यार ना मिले, जो प्यार ना समझे, 

एक दिन उसे मेरे प्यार की कहानी खुद बयान होगी। 

और वो भी समझ जाएगी, कि मेरा प्यार, 

उसके लिए, हमेशा मौजूद था।


By Sarthak Bharti


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